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Saturday, 8 August 2015

‪श्वास संबंधी समस्या और उसका समाधान ! डॉक्टर की कलम से


प्रश्न- मेरी माताजी की आयु ६० वर्ष है। उनकी श्वास‬ फूलने लगती है। वे काफी हांफती रहती हैं। इस कारण ठीक से सो नहीं पातीं। जनवरी माह से वे "बेटनीसोल' गोली ले रही हैं। कृपया कोई आयुर्वेदिक चिकित्सा बताएं?
उत्तर- श्वासरोग‬ कष्टसाध्य होता है। परन्तु उचित आहार-विहार एवं औषधि सेवन से इसे नियंत्रित रखा जा सकता है। आपकी माताजी ने जनवरी माह से "बेटनीसोल' नामक औषधि प्रारम्भ की है, परन्तु किसी भी तरह से यह औषधि छोड़नी होगी, क्योंकि भविष्य में इस औषधि से अधिक हानि होगी। अभी किसी योग्य चिकित्सक से सलाह लेकर बेटनीसोल गोली छोड़ने का मार्ग समझ लीजिए, क्योंकि एकाएक इसको छोड़ना भी कठिन होता है। आजकल कई प्रकार की नाक से ली जाने वाली औषधि (इनहेलर) हैं, उनसे लाभ होता है। एक अन्य उपकरण न्यूबुलाइजर आता है, उसका प्रयोग भी अधिक श्वास के दौरे के समय करते हैं।
जब श्वास रोग की स्थिति कुछ नियंत्रण में आ जाए तो फिर श्वास कुठार रस की एक-एक गोली दिन में तीन बार सेवन करें। श्वास चिन्तामणि रस की एक-एक गोली दिन में दो बार सेवन करें। सदैव गर्म पानी का सेवन करें। ठंडी चीजों का सेवन न करें। दही, चावल तली हुई चीजें भी बन्द कर दें। संभव हो तो नित्य वाष्प लें।


प्रश्न- "स्नोफीलिया‬' नामक बीमारी है। मौसम बदलने से अधिक कष्ट होता है। कफ भी अधिक बनता है। कृपया निदान बताएं?
उत्तर- मौसम बदलने से आपको कफ एवं खांसी अधिक होती है। हरिद्रा खण्ड लेने से आपको लाभ हुआ है। आप हरिद्रा खण्ड लेते हैं इससे कोई हानि नहीं है। साथ में आम वासावलेह का एक-एक चम्मच तीन बार ठण्डा जल से सेवन करें। साथ में श्रृंगाराभ रस की एक-एक गोली का दिन में तीन बार सेवन करें। इससे कफ बनना बन्द हो जाएगा।

प्रश्न- गत आठ वर्षों से "अल्सरेटिव कोलाइटिस' से पीड़ित हूं। दिन में पांच-छह बार दस्त होते हैं। मल के साथ खून आता है। मुझे एस्टेरोयड दी जाती है, तब खून बन्द होता है। औषधि बन्द करने पर पुन: खून आने लगता है। कृपया आयुर्वेदिक निदान बताइए?
उत्तर- आप कुटजारिट‬ का चार-चार चम्मच भोजन के बाद दोनों समय प्रयोग करें। साथ में कुटजावलेह का एक-एक चम्मच, उसमें एक-एक रत्ती अभ्रक भस्म मिलाकर दिन में तीन बार सेवन करें, आपको लाभ होगा।

प्रश्न- मेरी आयु 25 वर्ष है। लगभग दो वर्ष से अल्सर की शिकायत है। सीने में जलन भी रहती है। खाना खाने के बाद पेट में दर्द होता है। कृपया निदान बताएं।
उत्तर- आप अम्लपित्त के रोगी हैं। सर्वप्रथम तो आप मिर्च, खटाई, अचार, चाय, काफी बंद कर दीजिए। भोजन के बाद आप अम्लपितान्तक लौह की एक गोली, सूतशेखर रस की एक गोली एवं शूलवज्रणी वटी की एक-एक गोली दिन में तीन बार लें। साथ में अविपत्तिकर चूर्ण का एक-एक चम्मच भोजन से पूर्व लें तो आपका रोग ठीक होगा। इस औषधि का आप तीन मास तक लगातार सेवन करते रहिए।

5 comments:

  1. Sir me 19 saal ka hu mujhe stammering ki problem hai isliye me yoga krta hu and much home remedies krta hu par me apne aap श्वास nhi le pata hu mujhe lni padti hai aisa kyun ho RHA hai pls much solution do plz

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  2. Sir me 19 saal ka hu mujhe stammering ki problem hai isliye me yoga krta hu and much home remedies krta hu par me apne aap श्वास nhi le pata hu mujhe lni padti hai aisa kyun ho RHA hai pls much solution do plz

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    1. कृपया कॉल करे और अपॉइंटमेंट ले - 8010931122

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  3. कृपया कॉल करे और अपॉइंटमेंट ले - 8010931122

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