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Saturday, 8 August 2015

रेचक वटी – आम संचय को दूर करे


हर्रे का कपडे से छाना हुआ चूर्ण ५ तोला, शुद्ध जमालघोटा १ तोला दोनों को सेहुंड (थूहर ) के दूध में घोटकर ४-४ रत्ती की गोलिया बना, छाया में सुखाकर रख ले |

मात्रा और अनुपान- १-१ गोली रात को सोते समय गर्म जल या दूध से दे |

गुण और उपयोग – इस वटी के सेवन से सुखपूर्वक १-२ दस्त साफ़ हो जाते हैं | कदाचित यदि रेचक वटी हज़म भी हो जाये तो यह किसी प्रकार का नुकसान नहीं करती | विशेषकर आम संचय को यह बहुत शीघ्र नष्ट करती हैं | मन्दाग्नि के कारण आमाशय की शिथिलिता से पेट‬ में विशेष आम-संचय हो जाता हैं | जिससे मल्ल वध्द हो जाता, दस्त‬ खुलकर नहीं होता, पेट या शरीर में आलस्य बना रहता हैं | एसी अवस्था में आमदोष दूर करने के लिए इस वटी का उपयोग करना चाहिए |

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