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Monday, 14 May 2018

जानिये उल्टी Vomiting रोकने का घरेलू उपचार

गर्मिओ में अपच या तैलीय पदार्थ खा लेने से जी मिचलाना या उल्टी होने की सम्भावना सबसे ज्यादे रहती हैं  , गर्मी से भोजन सही से पचता नहीं हैं जिसके कारण लोग अक्सर उल्टी होने वाली हैं या जी मिचला रहा हैं कि शिकायत करते हैं ! तो आज मैं आपको उल्टी या जी मिचलाने से बचने का पूर्ण आयुर्वेदिक उपचार बताने जा रहा हु | जिसके सेवन से आप उल्टी होने की समस्या से निजात पा सकते हैं !
उल्टियों को बंद करने के लिए एक बहुत ही बेहतरीन उपाय है और वह है किसी कार्बोनेट रहित सिरप का एक या दो चम्मच सेवन करना। इससे पाचन क्रिया में राहत मिलती है और उल्टियाँ बंद हो जाती हैं। ऐसे सिरप में कार्बोहाइड्रेट मौजूद होते हैं जो पेट को ठंढक भी मिलती हैं !
इसके अलावा आप  अदरक और उसकी जड़ को कैप्सूल बना के प्रयोग कर सकते हैं या अदरक वाली चाय का सेवन भी कर सकते हैं। अदरक में पाचनक्रिया अग्नि को बढ़ाने की क्षमता होती है, और यह उदर में से हो रहे भोजन-नली को परेशान करनेवाले उस  अनावश्यक स्राव में बाधा पैदा करता है, जिस स्राव से उल्टियाँ होती हैं।
कुछ अन्य में 1 ग्राम हरड का चूर्ण शहद के साथ चटाने से भी उल्टियाँ रोकने में मदद मिलती है । एक और बेहतर और आसान उपचार आप अपनी उंगलियाँ धोकर एक ही बार अपने गले में घुसाकर पेट में जमा हुए पदार्थों को उल्टी के ज़रिये  बाहर निकाल दें, ताकि उल्टी अंदर जमा न रहने पाए, और आपको पूर्ण आराम मिल जाये !

आप एक दो लौंग अपने मुंह में रख सकते हैं, अगर लौंग न हो तो  लौंग के बदले दालचीनी या इलायची भी रख सकते हैं। यह मसाले उल्टियाँ विरोधक औषधियों का काम करते हैं और उल्टियाँ रोकने का यह बहुत ही असरदार उपचार होता है। सात अजवाइन , पेपरमिंट और कर्पूर का द्राव 15-20  बूँद तक की मात्रा में मिलाकर पिलाने से भी उल्टियाँ तुरंत रुक जाती हैं।
नींबू का टुकड़ा काले नमक के साथ अपने मुंह में रखने से आपको उल्टी का एहसास नहीं होगा । काला नामक पाचक माना जाता हैं वही निम्बू में एसिड होता हैं ! जो आपके अपच को दूर करता हैं ! अगर आपने नशा  किया है और आप नहीं चाहते कि आपको उल्टी आये, तो इस परिस्थिति में आप सादी पाव-रोटी खाएं । पाव-रोटी आपकी पाचन क्रिया को संभालती है और आपके द्वारा सेवन की हुई मदिरा को आसानी से निशातारित करती है।

उल्टियाँ होने से 12 घंटो बाद तक ठोस भोजन का सेवन न करें, परन्तु भरपूर पानी और फलों के रस का सेवन करते रहें ।जब भी पानी पियें तो सादा पानी का ही सेवन करे  । बाज़ार में उपलब्ध कार्बन युक्त शीत पेयों का सेवन करने से बचे  क्योंकि यह आपकी आँतों और उदर की जलन को बढ़ा देता  हैं।
तैलीय, मसालेदार, भारी और मुश्किल से पचने वाले खान पान का सेवन न करें क्योंकि ऐसे खाद्य पदार्थ मरीज में उल्टियों का निर्माण करते हैं एवं उसे बढ़ावा देते हैं। खाने खाने के  तुंरत बाद न सोयें थोडा टहल ले । जब भी सोयें तो अपनी दाहिनी करवट पर सोयें। इससे आपके पेट के पदार्थ मुंह तक नहीं आ सकेंगे।
उल्टियाँ रोकने के लिए जीरा भी एक नैसर्गिक उपचार माना गया है। आधा चम्मच पिसे हुए जीरे का सेवन करने से आपको पूर्ण रूप से उल्टियों से छुटकारा मिल जायेगा।
चावल के पानी से उल्टियों का उपचार एक बहुत ही प्रचलित और प्रमाणित उपचार माना जाता है। आधा कप चावल एक  या डेढ़  कप पानी में उबाल लें । जब चावल पक जाएँ तो चावल निकालकर उस पानी का सेवन करें। इस उल्टियाँ रुक जायेंगी। एक चम्मच प्याज़ का रस नियमित अंतराल में सेवन करने से भी लाभ मिलता है ।
एक ग्लास पानी में शहद मिलाकर पीने से भी उल्टियाँ रुकने में मदद मिलती है ।
इस प्रकार आप उल्टी से निजात पा सकते हैं और गर्मीवो का भी आनंद और स्वास्थ्य दोनों का मजा पा सकते हैं !  

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